फिरोजाबाद: दोपहर में गर्मी का कहर 47° तापमान, शाम को मौसम में बदलाव।

Firozabad | Roglance News

मई में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी ने जन जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। हर नए दिन के साथ तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है। बुधवार को तापमान ने 47 डिग्री का आंकड़ा पार कर लिया, जिसके कारण लोग दिन के समय पसीने से तर-बतर हो गए और बाहर निकलना मुश्किल हो गया।

तपती धूप और तेज गर्मी ने जनसामान्य की दिनचर्या पर गहरा असर डाला है। हालात इतने विकट हो गए कि घर से बाहर निकलना एक चुनौती बन गया है। हालांकि, शाम 5 बजे अचानक बादल छाने और ठंडी हवा चलने से लोगों को कुछ राहत मिली। इससे पहले तक लोग गर्मी से बेहाल थे, लेकिन मौसम में आए इस बदलाव ने थोड़ी राहत दी और लोगों को कुछ सुकून का अनुभव हुआ।

✲  गर्मी का प्रकोप और जन जीवन की चुनौती

भीषण गर्मी से हर किसी के होश उड़ गए हैं। इतनी गर्मी मई के महीने में कभी नहीं पड़ी। लगातार तापमान बड़ने के कारण लोगो की बैचेनी बड़ती जा रही है। दोपहर को 10 बजे पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया था और दोपहर 3 बजे पारा 47 डिग्री तक रहा। इस समय के दौरान लोग जरूरी कामकाज के लिए ही बाहर निकले। बाजार और बसस्टैंड सहित गली मोहल्ले में सन्नाटे की स्थति देखने को मिली।


शाम पांच बजे के बाद मौसम ने करवट ली। बादल छा गए और पारा 37 डिग्री पर आ गया। लू से भी लोगो को राहत मिली। मौसम अच्छा होने के कारण लोग अपने अधूरे काम को पूरा करने के लिए घर से बाहर निकले।अटल पार्क और गांधी पार्क में बच्चों ने आनंद उठाया। हालांकि रात में उमस बनी रही और न्यूनतम तापमान 31 डिग्री रहा।

शाम पांच बजे मौसम ने अचानक करवट ली और ठंडी हवाएं चलने लगी। आंधी की आशंका के चलते विद्युत विभाग ने बिजली की सप्लाई बंद करदी। प्रत्येक फीडर पर आधे घंटे से एक घंटे तक बिजली सप्लाई बंद रही। जब आंधी नहीं आई तब बिजली सप्लाई को सुचारू किया गया।

गर्मी से बचाने के लिए लोग तरह तरह के उपाय कर रहे है। महिलाएं और छात्राएं चेहरे को दुपट्टे से ढककर बाहर निकल रही हैं। तेज धूप से बचने के लिए लोग घरों में ही रहने की कोशिश कर रहे हैं। बिना जरूरी काम के बाहर निकलना लोग मुनासिब नहीं समझ रहे है।

✲  विद्युत उपकरणों का फेल होना और पानी की बर्बादी

अत्यधिक गर्मी के के कारण बिजली की डिमांड विगत वर्ष की तुलना में लगभग 65 फीसदी बढ गई हैं। इससे विद्युत सिस्टम ओवर लोड हो रहा है। विद्युत विभाग ने उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति के लिए एडवाइजरी जारी की है। मुख्य अभियंता पंकज गोयल ने बताया कि विद्युत विभाग के कर्मचारी 48 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी लोहे के पोल पर चढ़ कर लाइन ठीक कर रहे है। उपभोक्ताओं से अपील है कि फॉल्ट होने पर अथवा रोस्टिंग होने पर थोड़ा धैर्य रखें और विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करें।

भीषण गर्मी के चलते पानी की आपूर्ति के लिए नगर निगम द्वारा तमाम प्रयाश किए जा रहे हैं। लेकिन नई आबादी क्षेत्रों में लोग बेवजह लोग सड़कों पर पानी बाह रहे है। बुधवार को नगर निगम ने बेवजह पानी की बर्बादी करने पर 17 घरों के कनेक्शन काट दिए। इन इलाकों में पाइप लाइन में अवैध कट लगे मिले जिनसे पानी सड़कों पर बहता मिला।


✲  मेडिकल कॉलेज में भीषण गर्मी में स्वास्थ्य समस्याएं

तापमान बड़ने के कारण मेडिकल कॉलेज के मरीजों के साथ साथ कर्मचारियों का भी बुरा हाल है। विभागो में कूलर तक की व्यवस्था नहीं है। पैथोलॉजी के उपकरण गर्म होने के कारण सही से काम भी नहीं कर पा रहे है। कर्मचारियों ने बुधवार को सीएमएस कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्याएं बताईं। जिले में तापमान 47 डिग्री तक पहुंचने के कारण चिकित्साकर्मी भी काफी परेशान हैं। विभागो में कूलर तक नहीं है। और कहीं हैं भी तो वे ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। एसी खराब पड़ी है। जिससे उपकरण काम भी नहीं कर पा रहे है। सीएमएस नवीन जैन ने विद्युत कर्मचारियों को बुलाकर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।

भीषण गर्मी का असर केवल जन जीवन पर ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। लू लगने, डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक के मामलों में इजाफा हुआ है। चिकित्सक सलाह दे रहे है कि लोग जितना हो सके घर में ही रहे। और बाहर निकलते समय सिर को ढककर रखें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, तरल पदार्थों को सेवन करना, और अधिक से अधिक आराम करना इस मौसम में जरूरी है। साथ ही, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि वे इस गर्मी के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। 

भीषण गर्मी से निपटने के लिए लोग अलग अलग उपाय कर रहे है। गर्मी से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। धूप में बाहर निकलने से बचना चाहिए और अगर निकलना पड़े तो सिर को ढककर और सनस्क्रीन का प्रयोग करना चाहिए। हल्के और सूती कपड़े पहनने से शरीर को ठंडक मिलती है। घर में कूलर और पंखे का सही ढंग से उपयोग करना चाहिए और बिजली की बर्बादी से बचना चाहिए। हल्के और सूती कपड़े पहनने से शरीर को थंधक मिलती है। घर में कूलर और पंखे का सही ढंग से उपयोग करना चाहिए। और बिजली की बर्बादी से बचना चाहिए।

✲  गर्मी से बचने के पारंपरिक उपाय

गर्मी से बचने के लिए पारंपरिक उपायों का सहारा भी लिया जा सकता है। छाछ, नारियल पानी, बेल का शरबत, और आम का पना जैसी ठंडी और स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थों का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, घर के अंदर ठंडक बनाए रखने के लिए कूलर और पंखे का सही इस्तेमाल करना चाहिए। खिड़कियों पर गीले तौलिये या पर्दे डालकर गर्म हवा को अंदर आने से रोका जा सकता है। मिट्टी के बर्तनों में पानी रखने से भी ठंडक मिलती है।


फिरोजाबाद में भीषण गर्मी के चलते पानी की किल्लत एक बड़ी समस्या बन गई है। नगर निगम के प्रयासों के बावजूद कई मोहल्लों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है। खासकर नई आबादी वाले क्षेत्रों में पानी की बर्बादी को लेकर निगम ने सख्ती बरतनी शुरू की है। अवैध कटों के जरिए पानी की बर्बादी रोकने के लिए 17 घरों के कनेक्शन काट दिए गए हैं। इसके अलावा, शहर के विभिन्न इलाकों में जल संयोजन की पाइप लाइनों की नियमित जांच की जा रही है ताकि अवैध कटों और पानी की बर्बादी को रोका जा सके।

फिरोजाबाद में बढ़ती गर्मी ने जन जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। दिन में तेज धूप और गर्मी के कारण लोग घरों में बंद रहने को मजबूर हैं। शाम को मौसम बदलने से कुछ राहत मिली लेकिन रात में उमस बनी रही। बिजली और पानी की समस्या ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। ऐसे में लोगों को गर्मी से बचने के उपाय अपनाने चाहिए और बिजली और पानी की बर्बादी से बचना चाहिए। नगर निगम और विद्युत विभाग को भी इस दिशा में उचित कदम उठाने चाहिए ताकि लोगों को गर्मी से राहत मिल सके।