महाकुंभ 2025 का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पौष पूर्णिमा के दिन सोमवार, 13 जनवरी, 2025 को हुआ। इस आयोजन को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक उत्सव माना जाता है, जिसमें देश-विदेश से करीब 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है। पहले ही दिन, सोमवार रात तक, दो करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके थे।
यह आयोजन करीब डेढ़ महीने तक चलेगा, जहां श्रद्धालु पवित्र गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे। हालांकि, ठंड और भीड़भाड़ के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी सामने आई हैं।
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✜ शाही स्नान के दौरान स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां
महाकुंभ के पहले दिन शाही स्नान में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। लेकिन कड़ाके की ठंड और भीड़ प्रबंधन के दौरान कुछ स्वास्थ्य समस्याएं सामने आईं।
- तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3,000 से अधिक श्रद्धालु बीमार पड़े।
- शरद पवार की पार्टी के एक नेता और राजस्थान के सुदर्शन सिंह पंवार की कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई।
- 85 वर्षीय अर्जुन गिरी का निधन हार्ट अटैक के कारण हुआ।
लगभग 262 मरीजों को भर्ती किया गया, जबकि 37 मरीजों को गंभीर हालत में रेफर किया गया।
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✜ मुख्य चिकित्सा अधिकारी का बयान
केंद्रीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कौशिक ने बताया कि:
सोमवार को 3,000 से ज्यादा लोग OPD में पहुंचे। रात 8 बजे तक 20 मरीज भर्ती थे, जिनमें श्रद्धालुओं के साथ अग्निशमन विभाग के कर्मचारी भी शामिल थे। मेला क्षेत्र में झूंसी और अरैल अस्पताल से एसआरएन अस्पताल तक एंबुलेंस की आवाजाही पूरे दिन जारी रही।
✜ झूठी अफवाहों पर पुलिस की कार्रवाई
- सोशल मीडिया पर 11 श्रद्धालुओं की मौत की अफवाहें फैलाई गईं। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच के बाद एफआईआर दर्ज की।
- झूठी खबरों पर कार्रवाई: पुलिस ने सोशल मीडिया पोस्ट को हटाने और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कदम उठाए।
- श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे केवल अधिकृत जानकारी पर भरोसा करें।
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✜ महाकुंभ 2025 की खास बातें
1. दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन: महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्नान करते हैं।
2. सुरक्षा व्यवस्था: मेला क्षेत्र में पुलिस और मेडिकल स्टाफ की व्यापक व्यवस्था की गई है।
3. स्वास्थ्य सुविधाएं: मेला क्षेत्र में झूंसी, अरैल और एसआरएन अस्पताल को विशेष रूप से तैयार किया गया है।
4. पर्यावरण संरक्षण: प्लास्टिक के उपयोग पर सख्ती और गंगा स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया है।
✜ श्रद्धालुओं के लिए सुझाव
1. स्वास्थ्य का ध्यान रखें: ठंड के कारण बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति विशेष सावधानी बरतें।
2. अधिकृत जानकारी पर भरोसा करें: सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से बचें।
3. योजना बनाकर आएं: भारी भीड़ के कारण मेला क्षेत्र में ट्रैफिक और अन्य व्यवस्थाओं का ध्यान रखें।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालु बड़ी संख्या में आस्था के साथ भाग ले रहे हैं। हालांकि, ठंड और स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने स्वास्थ्य और सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं को सलाह दी जाती है कि वे सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से इस धार्मिक उत्सव का आनंद लें।