उत्तर प्रदेश: 5 रुपये किलो आटा, 6 रुपये किलो चावल और 18 रुपये किलो चीनी, योगी सरकार का बड़ा कदम

Uttar Pradesh: Flour at Rs 5 per kg, rice at Rs 6 per kg and sugar at Rs 18 per kg, a big step by the Yogi government | Roglance News

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आगामी महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने श्रद्धालुओं और कल्पवासियों के लिए विशेष योजनाएं लागू की हैं। सरकार ने इस धार्मिक आयोजन के दौरान हर व्यक्ति को भोजन की उचित व्यवस्था प्रदान करने के लिए सस्ती दरों पर राशन उपलब्ध कराने की पहल की है। इस योजना के तहत, 5 रुपये प्रति किलो आटा, 6 रुपये प्रति किलो चावल और 18 रुपये प्रति किलो चीनी प्रदान की जाएगी।
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✜  महाकुंभ की तैयारी में सरकार की अहम भूमिका।

प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु, संत, और कल्पवासी एकत्र होते हैं। यह आयोजन विश्वभर में अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। इसी को ध्यान में रखते हुए, योगी सरकार ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राशन वितरण के साथ-साथ गैस कनेक्शन और अन्य सुविधाओं का भी प्रबंध किया है। 138 उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से मेला क्षेत्र में राशन वितरित किया जाएगा। ये दुकानें विशेष रूप से कल्पवासियों, अखाड़ों और अन्य धार्मिक संस्थाओं के लिए खोली गई हैं। इसके अतिरिक्त, 1.2 लाख से अधिक सफेद राशन कार्ड बनाए गए हैं, जिनके जरिए श्रद्धालु सस्ते दरों पर राशन प्राप्त कर सकेंगे।

✜  राशन वितरण, गैस कनेक्शन और रीफिल की सुविधा।

महाकुंभ में कल्पवासियों को 3 किलो आटा, 2 किलो चावल और 1 किलो चीनी प्रत्येक माह उपलब्ध कराई जाएगी। यह सुविधा जनवरी से फरवरी के अंत तक जारी रहेगी। इस योजना का उद्देश्य है कि किसी भी श्रद्धालु को भोजन सामग्री के लिए परेशान न होना पड़े।मेला क्षेत्र में राशन की दुकानों पर 100 कुंतल सामग्री का स्टॉक रखा गया है। इसके अलावा, सरकार ने 6000 मीट्रिक टन आटा, 4000 मीट्रिक टन चावल और 2000 मीट्रिक टन चीनी का भंडारण भी किया है। इस कदम से लाखों श्रद्धालुओं और संस्थाओं को लाभ होगा।

भोजन पकाने के लिए सरकार ने गैस कनेक्शन की भी सुविधा प्रदान की है। मेला क्षेत्र के सभी 25 सेक्टर्स में एजेंसियां नियुक्त की गई हैं, जो नए गैस कनेक्शन उपलब्ध करा रही हैं। इन कनेक्शनों के साथ-साथ रीफिलिंग की भी व्यवस्था है। सुविधा के अंतर्गत 5 किलो, 14.2 किलो, और 19 किलो के सिलेंडर रीफिल किए जा सकते हैं। जो श्रद्धालु अपने सिलेंडर साथ लाए हैं, वे भी यहां रीफिल करवा सकते हैं। यह सुविधा मेला क्षेत्र में खाना पकाने की व्यवस्था को और अधिक सरल और सुविधाजनक बनाएगी।
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✜  महाकुंभ में वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना का लाभ।

महाकुंभ के दौरान वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना का लाभ भी श्रद्धालुओं को मिलेगा। इससे वे अपने राशन कार्ड का उपयोग करते हुए देश के किसी भी हिस्से में राशन प्राप्त कर सकते हैं। प्रयागराज में इस योजना को लागू करने से लाखों श्रद्धालुओं को विशेष लाभ मिलेगा। अखाड़ों और धार्मिक संस्थाओं को भी सरकार ने इस योजना में शामिल किया है। उन्हें 800 परमिट जारी किए गए हैं, जिनके जरिए वे सस्ते दामों पर राशन प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल अखाड़ों के संतों और संस्थाओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी, क्योंकि उन्हें बड़े पैमाने पर भोजन सामग्री की आवश्यकता होती है।

योगी सरकार का यह कदम समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए भी सहायक होगा। 5 रुपये प्रति किलो आटा, 6 रुपये प्रति किलो चावल, और 18 रुपये प्रति किलो चीनी जैसी सस्ती दरें आम आदमी के लिए एक बड़ी राहत हैं। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में ये कदम धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए हर व्यक्ति के लिए भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करते हैं।
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प्रयागराज महाकुंभ के लिए सरकार ने व्यापक योजनाएं बनाई हैं। केवल राशन और गैस कनेक्शन ही नहीं, बल्कि मेला क्षेत्र में स्वच्छता, यातायात प्रबंधन और सुरक्षा के लिए भी कई उपाय किए गए हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि प्रशासनिक क्षमता के प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है।

योगी सरकार की यह योजना महाकुंभ के आयोजन को सफल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। श्रद्धालुओं के लिए भोजन और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता से यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि सामाजिक समरसता का भी उदाहरण प्रस्तुत करेगा। यह पहल सरकार की संवेदनशीलता और दूरदर्शिता को दर्शाती है। महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन के दौरान सस्ती दरों पर राशन और सुविधाओं का यह प्रबंध न केवल श्रद्धालुओं की आवश्यकताओं को पूरा करेगा, बल्कि इसे एक आदर्श आयोजन के रूप में भी स्थापित करेगा।