नए साल की शुरुआत उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के लिए बेहद खास रही। नए साल की पूर्व संध्या पर राज्य सरकार ने 81 आईपीएस अधिकारियों के प्रमोशन का आदेश जारी किया, जो उनके करियर और प्रदेश के पुलिस प्रशासन दोनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। इस फैसले ने न केवल पुलिस अधिकारियों को उत्साह से भर दिया है, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में भी एक कदम उठाया है।
21 दिसंबर को हुई विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में इस पदोन्नति को अंतिम रूप दिया गया। इसमें तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी लक्ष्मी सिंह, प्रशांत कुमार (द्वितीय), और नीलाब्जा चौधरी को एडीजी (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) के पद पर प्रोन्नति प्रदान की गई। यह प्रमोशन उनके वर्षों के अनुभव और निष्ठा का प्रमाण है।
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डीआईजी से आईजी और एसपी से डीआईजी बने अधिकारी
2007 बैच के नौ आईपीएस अधिकारियों को डीआईजी (पुलिस उप महानिरीक्षक) से आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) के पद पर पदोन्नति दी गई है। इसके साथ ही, 2011 बैच के 25 अधिकारियों को एसपी (पुलिस अधीक्षक) से डीआईजी बनाया गया। 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी धर्मवीर सिंह भी डीआईजी के पद पर प्रोन्नति पाने वालों में शामिल हैं।
2012 बैच के 13 आईपीएस अधिकारियों को सेलेक्शन ग्रेड दिया गया है, जबकि 2016 बैच के 28 अधिकारियों को कनिष्ठ प्रशासनिक वेतनमान में पदोन्नति प्रदान की गई है। यह कदम इन अधिकारियों के कार्यक्षमता और योगदान को मान्यता देने का प्रयास है।डीजी सीबीसीआईडी एसएन साबत का सेवाकाल समाप्त हो गया, जबकि एडीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा डीजी के पद पर प्रोन्नत हो गए। इसके अतिरिक्त, इस वर्ष सात अन्य एडीजी अधिकारियों को भी रिक्त पदों के अनुसार डीजी बनाया जाएगा।
✜ DIG से IG बने अधिकारी
डीआईजी अमित पाठक, जोगेंद्र कुमार, रवि शंकर छवि, विनोद कुमार सिंह, भारती सिंह, विपिन कुमार मिश्रा, राकेश प्रकाश सिंह, योगेश और गीता सिंह को आईजी के पद पर पदोन्नति मिली है। इनके साथ-साथ कई अन्य अधिकारियों ने भी नई जिम्मेदारियों का भार उठाने की तैयारी शुरू कर दी है।
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25 उपनिरीक्षक बने निरीक्षक और 204 मुख्य आरक्षी पदोन्नत
प्रदेश पुलिस विभाग ने 25 उपनिरीक्षकों को वरिष्ठता के आधार पर निरीक्षक नागरिक पुलिस के पद पर प्रोन्नति प्रदान की। साथ ही, 204 मुख्य आरक्षियों को उपनिरीक्षक के पद पर पदोन्नत किया गया। इस कदम से विभाग में नेतृत्व और कार्यक्षमता को और मजबूत करने की कोशिश की गई है।
2024 के अंतिम दिन पुलिस विभाग के तीन आईपीएस और 10 पीपीएस अधिकारियों ने सेवानिवृत्ति ली। इन अधिकारियों में डीजी एसएन साबत, डीआईजी बाबू राम और डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इनके अलावा अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार और पुलिस उपाधीक्षक राजवीर सिंह सहित कई अन्य अधिकारियों ने भी अपनी सेवाओं का समापन किया।
उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग के लिए नए साल की यह शुरुआत सकारात्मकता और प्रगति से भरी है। प्रमोशन का यह निर्णय न केवल अधिकारियों की मेहनत को सम्मानित करता है, बल्कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम भी है। यह फैसला अन्य अधिकारियों को भी अपने प्रदर्शन में सुधार करने और बेहतर परिणाम देने के लिए प्रेरित करेगा।